चूरू/नई दिल्ली।
राजस्थान के चूरू ज़िले में भारतीय वायुसेना (IAF) का एक लड़ाकू विमान मंगलवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें एक पायलट की दुखद मृत्यु हो गई, जबकि दूसरे को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, हादसे के बाद घटनास्थल के पास मानव शरीर के अंग बिखरे हुए मिले, जिससे यह आशंका जताई जा रही थी कि पायलटों की स्थिति गंभीर हो सकती है।
भारतीय वायुसेना ने पुष्टि की कि दुर्घटना में एक पायलट, स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ यादव, गंभीर चोटों के चलते शहीद हो गए। वह इजेक्शन के बाद लगी गंभीर चोटों से नहीं बच सके। वहीं, दूसरे पायलट को समय पर बचा लिया गया और उन्हें प्राथमिक चिकित्सा के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया है।
यह घटना उस शृंखला का हिस्सा है जिसमें हाल के महीनों में वायुसेना के कई लड़ाकू विमानों में दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं।
हाल की अन्य प्रमुख दुर्घटनाएं:
-
मार्च 2025: हरियाणा के पंचकूला में एक प्रशिक्षण उड़ान के दौरान भारतीय वायुसेना का एक फाइटर जेट क्रैश हो गया था। पायलट ने सूझबूझ से विमान को आबादी से दूर ले जाकर सफलतापूर्वक इजेक्ट कर लिया था।
-
फरवरी 2025: मध्य प्रदेश के शिवपुरी के पास एक ट्विन-सीटर मिराज 2000 विमान ट्रेनिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दोनों पायलट समय रहते विमान से बाहर निकलने में सफल रहे थे।
-
नवंबर 2024: उत्तर प्रदेश के आगरा के पास MiG-29 फाइटर जेट एक तकनीकी खराबी के कारण खेतों में जा गिरा था, जिसमें पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए थे।
IAF का बयान:
"पायलट ने विमान को ज़मीन पर बसी आबादी से दूर ले जाने की पूरी कोशिश की और हादसे से पहले इजेक्ट किया। दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं," — भारतीय वायुसेना ने अपने बयान में कहा।
जांच एवं प्रतिक्रिया:
भारतीय वायुसेना ने इस दुखद घटना को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ताकि दुर्घटना के कारणों की सही जानकारी मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव किया जा सके।
स्थानीय प्रशासन और वायुसेना की संयुक्त टीम घटनास्थल पर राहत और मलबा हटाने का कार्य कर रही है। क्षेत्र को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है और आम नागरिकों की पहुंच को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
श्रद्धांजलि:
देश ने एक और वीर पायलट को खो दिया है। स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ यादव को राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। सोशल मीडिया पर आम लोग और रक्षा विश्लेषक उनके साहस और कर्तव्यनिष्ठा को सलाम कर रहे हैं।